इस बार 15 अगस्त पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वतंत्रता दिवस भाषण बिल्कुल नए रंग में नजर आया। उन्होंने इतिहास की परंपरागत बातें छोड़कर भविष्य की चुनौतियों और अवसरों पर सीधा फोकस किया। पीएम मोदी ने युवाओं को भरोसा दिलाया कि अब निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले हर युवा को सरकार की ओर से 15 हजार रुपए मिलेंगे। यह कदम न सिर्फ युवाओं को सम्मानजनक शुरुआत देगा बल्कि रोजगार की दिशा में नया अध्याय खोलेगा। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का उल्लेख कर अनुशासन और राष्ट्रनिर्माण में संगठन की भूमिका को रेखांकित किया। इसके साथ ही उन्होंने दिवाली पर जीएसटी में बड़े तोहफे का एलान करते हुए कारोबारियों और आम उपभोक्ताओं दोनों को राहत देने का भरोसा दिया। अपने भाषण में उन्होंने सुदर्शन चक्र का प्रतीक भी जोड़ा, जैसे भगवान कृष्ण का चक्र धर्म और सत्य की रक्षा का शाश्वत प्रतीक था, वैसे ही आज का भारत भी युवाओं की ऊर्जा, आर्थिक सुधारों और सुरक्षाबलों की ताकत के साथ एक सुदृढ़ चक्र की तरह वैश्विक मंच पर चमकेगा। प्रधानमंत्री का यह संबोधन साफ संकेत देता है कि आने वाले समय में भारत का एजेंडा है, मजबूत युवा, सुरक्षित देश, सशक्त अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भर भविष्य।
15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीन से 12वीं बार तिरंगा फहराया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में परंपरा तोड़ते हुए नया एजेंडा सामने रखा। इस बार उन्होंने न स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास दोहराया और न ही आज़ादी की गाथा सुनाई। बल्कि सीधे भविष्य की दिशा, युवाओं के रोजगार, राष्ट्र सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और अनुशासन की ओर संदेश दिया। पीएम मोदी ने कई अहम घोषणाएं कीं जिनका सीधा असर युवाओं और आम जनता दोनों पर पड़ेगा। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने युवाओं को सबसे बड़ी पूंजी बताते हुए घोषणा की कि अब निजी क्षेत्र में पहली नौकरी करने वाले हर युवा को न्यूनतम 15 हजार रुपए मिलेंगे। उन्होंने कहा कि रोजगार सुधारों के जरिए युवाओं को आर्थिक सुरक्षा और सम्मानजनक शुरुआत दी जाएगी। पीएम ने इस मौके पर आम जनता और कारोबारियों को भी दिवाली से पहले बड़ा तोहफ़ा दिया और कहा कि इस बार जीएसटी दरों में राहत दी जाएगी, जिससे रोज़मर्रा के सामान सस्ते होंगे और छोटे कारोबारियों को सीधा लाभ मिलेगा। पीएम मोदी ने अपने भाषण में पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का भी उल्लेख किया और कहा कि संगठन, अनुशासन और राष्ट्रनिर्माण की ताकत भारत को और मज़बूत बनाती है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे वैचारिक मतभेदों से ऊपर उठकर राष्ट्र की प्रगति में योगदान दें। इसी बीच प्रधानमंत्री ने सुरक्षा के मुद्दे पर भगवान कृष्ण के सुदर्शन चक्र की उपमा दी। उन्होंने कहा कि जैसे कृष्ण का चक्र धर्म और सत्य की रक्षा का प्रतीक था, वैसे ही आज भारत का सुदर्शन चक्र युवाओं की ऊर्जा, सुरक्षाबलों की ताकत और विज्ञान-तकनीक की प्रगति से बना है, जो हर दुश्मन को जवाब देने में सक्षम है। प्रधानमंत्री ने पड़ोसी देश पाकिस्तान पर भी अप्रत्यक्ष हमला बोला और कहा कि भारत अब आतंकवाद और घुसपैठ को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। हमारी सेना और सुरक्षाबल पूरी तरह तैयार हैं और देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होगा। इसके साथ ही मोदी ने मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया को नई गति देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में भारत मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन का वैश्विक केंद्र बनेगा और अब भारत सिर्फ उपभोग करने वाला नहीं बल्कि दुनिया को निर्यात करने वाला राष्ट्र बनेगा। प्रधानमंत्री ने दोहराया कि आजादी के संघर्ष का इतिहास हमें प्रेरणा देता है लेकिन अब लक्ष्य है भविष्य। भारत को आत्मनिर्भर बनाना, युवाओं को सशक्त करना, आम जनता को राहत देना और दुनिया के सामने एक मजबूत राष्ट्र के रूप में खड़ा करना ही असली संकल्प है। लाल किले से दिया गया पीएम मोदी का यह संबोधन परंपरा से हटकर था, जिसमें युवाओं के लिए रोजगार गारंटी, आम जनता के लिए जीएसटी तोहफ़ा, संघ का उल्लेख, सुरक्षा पर सुदर्शन चक्र की उपमा, पाकिस्तान को चेतावनी और मेक इन इंडिया की नई दिशा जैसे कई बड़े संदेश शामिल थे। प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया कि भारत का लक्ष्य अब इतिहास नहीं बल्कि भविष्य की मजबूती और वैश्विक नेतृत्व है।
युवाओं को प्राइवेट सेक्टर में पहली नौकरी पर केंद्र सरकार देगी 15 हजार रुपए देश के युवाओं के लिए स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोजगार के क्षेत्र में सबसे बड़ी सौगात दी। लाल किले की प्राचीर से उन्होंने ऐलान किया कि अब पहली बार प्राइवेट नौकरी में कदम रखने वाले युवाओं को सरकार की ओर से 15 हजार रुपए का सीधा लाभ मिलेगा। इस योजना का नाम है “पीएम विकसित भारत रोजगार योजना। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की असली ताकत उसका युवा वर्ग है और यदि उन्हें सही शुरुआत मिले तो देश की प्रगति को कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने बताया कि अक्सर निजी क्षेत्र में नौकरी की शुरुआत करने वाले युवाओं को बहुत कम वेतन मिलता है। ऐसे में सरकार ने फैसला लिया है कि उनकी पहली नौकरी को मजबूती देने के लिए सरकार सीधे उन्हें वित्तीय सहायता देगी। योजना के तहत यदि कोई युवा अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद पहली बार किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है, तो सरकार उसके खाते में ₹15,000 की एकमुश्त सहायता राशि जमा करेगी। इस कदम का मकसद युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना और रोजगार में शुरुआती मुश्किलों से राहत देना है। पीएम मोदी ने कहा कि “युवा भारत की शक्ति हैं। पहली नौकरी उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण मोड़ होती है। यदि हम उस मोड़ पर उन्हें सहारा देंगे तो वे आने वाले समय में देश को नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगे। यह योजना न सिर्फ युवाओं के लिए राहत है, बल्कि रोजगार बाज़ार में भी उत्साह भरेगी। इससे निजी क्षेत्र की कंपनियां नए उम्मीदवारों को नौकरी देने में और सक्रिय होंगी। सरकार का लक्ष्य है कि “पीएम विकसित भारत रोजगार योजना” के जरिए पहले चरण में 50 लाख युवाओं को लाभ मिले। आने वाले समय में इसे और व्यापक बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह योजना युवाओं को सम्मानजनक शुरुआत देने के साथ-साथ “मेक इन इंडिया” और “स्टार्टअप इंडिया” अभियानों को भी नई दिशा देगी। उन्होंने भरोसा जताया कि इस पहल से भारत न सिर्फ रोजगार पैदा करेगा, बल्कि दुनिया के लिए अवसरों का केंद्र बनेगा। प्रधानमंत्री मोदी की “पीएम विकसित भारत रोजगार योजना” युवाओं के लिए एक बड़ी सौगात है। पहली प्राइवेट नौकरी में सीधे सरकार से 15 हजार रुपए मिलना उन्हें आत्मविश्वास और सम्मानजनक शुरुआत देगा। यह घोषणा आने वाले वर्षों में रोजगार और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है।
लाल किले से पीएम मोदी का एलान, इस बार दीपावली पर जीएसटी में मिलेगी राहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से देश को संबोधित करते हुए शासन, टैक्स प्रणाली और पब्लिक सर्विस डिलीवरी में सुधार लाने के लिए एक उच्चस्तरीय टास्क फोर्स बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब लक्ष्य सभी तरह के सुधार लागू करने का है। त्योहार के माहौल में पीएम मोदी ने इस साल देशवासियों को डबल दिवाली का वादा किया। उन्होंने संकेत दिया कि इस बार दिवाली पर बड़ा आर्थिक तोहफा मिलेगा आम घरेलू सामान पर जीएसटी में बड़ी कटौती की जाएगी। पीएम मोदी ने कहा, इस दिवाली मैं आपके लिए डबल दिवाली मनाने वाला हूं। देशवासियों को एक बड़ा तोहफा मिलेगा, आम घरों में इस्तेमाल होने वाली चीजों पर जीएसटी में भारी कटौती होगी। प्रधानमंत्री ने जीएसटी दरों की समीक्षा को “समय की मांग” बताया और कहा कि सरकार एक नई पीढ़ी की जीएसटी सुधार योजना पर काम कर रही है, जिसका उद्देश्य आम नागरिकों पर टैक्स का बोझ कम करना है। उन्होंने साफ कहा, “जीएसटी दरों में भारी कटौती होगी। आम लोगों के लिए टैक्स कम किया जाएगा।” यह घोषणा ऐसे समय पर हुई है जब जीएसटी को लागू हुए आठ साल पूरे हो रहे हैं। 2017 में लॉन्च के बाद जीएसटी ने देश की अप्रत्यक्ष कर प्रणाली को एकीकृत किया और खासकर छोटे और मझोले व्यवसायों के लिए कारोबार करना आसान बनाया। पीएम मोदी के बयान हालिया आंकड़ों से भी मेल खाते हैं, जिनमें रिकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन और कारोबारियों में टैक्स सिस्टम को और आसान बनाने की मांग दिखी है। प्रस्तावित सुधारों से जीएसटी दर संरचना को सरल बनाने, पारदर्शिता बढ़ाने और सिस्टम को अधिक न्यायसंगत बनाने की उम्मीद है। वहीं अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत जैसे विविधता वाले देश को मज़बूत बनाने के लिए संगठन और अनुशासन बेहद जरूरी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि “संघ ने दशकों से समाज को जोड़ने, अनुशासन और राष्ट्रप्रेम को मजबूत करने का काम किया है।” उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे वैचारिक मतभेदों से ऊपर उठकर देश की प्रगति में योगदान दें। यह उल्लेख साफ तौर पर राजनीतिक और सामाजिक संदेश लिए हुए माना जा रहा है।
आत्मनिर्भर भारत और देश की मजदूर सुरक्षा पर प्रधानमंत्री ने दिया जोर पीएम मोदी ने राष्ट्र की सुरक्षा को सबसे बड़ी प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि भारत आज ऐसे मुकाम पर है जहां हमें आंतरिक और बाहरी दोनों तरह की चुनौतियों से जूझना है। इस संदर्भ में उन्होंने भगवान कृष्ण के सुदर्शन चक्र का उदाहरण दिया। पीएम मोदी ने कहा, “जैसे कृष्ण का चक्र सत्य और धर्म की रक्षा का प्रतीक था, वैसे ही आज का भारत भी अपने युवाओं, सुरक्षाबलों और विज्ञान-तकनीक की ताकत से दुश्मनों के सामने अडिग खड़ा है। हमारा सुदर्शन चक्र मज़बूत है और यह किसी भी संकट को मात देने में सक्षम है। यह संदेश साफ तौर पर पड़ोसी देशों और वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को लेकर था। अपने भाषण के अंतिम हिस्से में प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले सालों में भारत का असली एजेंडा होगा, रोजगार सृजन, कर राहत, संगठन व अनुशासन और सुरक्षा। उन्होंने दोहराया कि भारत अब सिर्फ अतीत की उपलब्धियों पर गर्व करने वाला देश नहीं रहेगा, बल्कि भविष्य की चुनौतियों को जीतने वाला राष्ट्र बनेगा।
मोदी ने कहा कि “हमारा लक्ष्य है आत्मनिर्भर भारत, सुरक्षित भारत और विश्व मंच पर मज़बूत भारत। यह सिर्फ सरकार का नहीं, हर नागरिक का संकल्प है। इस बार प्रधानमंत्री ने आज़ादी की लड़ाई और बलिदानों की कहानियों का उल्लेख नहीं किया। उन्होंने कहा कि “अतीत हमें प्रेरणा देता है, लेकिन हमें हर बार अतीत में उलझकर नहीं रहना चाहिए। अब समय है भविष्य पर ध्यान देने का। पीएम मोदी ने युवाओं से आह्वान किया कि वे नई तकनीक, स्टार्टअप, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ग्रीन एनर्जी में नेतृत्व करें। उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है और इस लक्ष्य को पूरा करने में युवा ही सबसे बड़ी ताकत हैं।






