उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीपावली के पावन अवसर पर राज्य के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों से स्नेह और आशीर्वाद भरी मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्रियों त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, हरीश रावत, भगत सिंह कोश्यारी और बी.सी. खंडूरी से मिलकर दिवाली की शुभकामनाएं दीं और उनके स्वास्थ्य एवं सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री धामी ने इस मुलाकात में सभी नेताओं के साथ हृदयस्पर्शी संवाद किया और दिवाली के त्योहार को मिलजुल कर मनाने का संदेश भी दिया। हरीश रावत और भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वे दीपावली की बधाई और शुभकामनाएं साझा करते हुए नजर आए। त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत से भी मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से स्नेह और आशीर्वाद साझा किए, जिससे यह मुलाकात और भी खास बन गई। इस अवसर ने न केवल दिवाली की रोशनी बल्कि राज्य की राजनीति में सौहार्द्र और आपसी सम्मान की भावना को भी उजागर किया। दिव्य हिमगिरि रिपोर्ट
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीपावली के पावन अवसर पर राज्य के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों से स्नेह और आशीर्वाद भरी मुलाकात की। इस खास मौके पर मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्रियों त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, हरीश रावत, भगत सिंह कोश्यारी और बीसी खंडूरी से मिलकर उन्हें दिवाली की शुभकामनाएं दीं और उनके स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि व कल्याण की कामना की।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि दिवाली का त्योहार केवल रोशनी और खुशियों का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह आपसी सौहार्द्र, मिलनसारिता और एक-दूसरे के प्रति सम्मान का भी संदेश देता है। उन्होंने सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के अनुभव और मार्गदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि उनके आशीर्वाद और सहयोग से प्रदेश की प्रगति और जनता की भलाई सुनिश्चित की जा सकती है। इस अवसर पर हरीश रावत और भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें सभी नेता दीपावली की बधाई और शुभकामनाएं साझा करते हुए दिखाई दिए। मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्रियों के बीच सौहार्दपूर्ण वार्तालाप ने इस मुलाकात को और भी विशेष बना दिया।
त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत से भी मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और दिवाली के स्नेह और आशीर्वाद साझा किए। बीसी खंडूरी ने भी मुख्यमंत्री के साथ इस अवसर को यादगार बनाने के लिए अपने विचार साझा किए। राज्य में इस तरह के सौहार्दपूर्ण मिलन ने यह संदेश दिया कि राजनीति के मतभेदों के बावजूद दिवाली जैसे पावन अवसर पर एक-दूसरे के प्रति स्नेह और सम्मान बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री धामी की यह पहल न केवल पूर्व नेताओं के साथ संवाद को मजबूत करती है, बल्कि राज्य की जनता में भी भाईचारे और समरसता की भावना को उजागर करती है। इस अवसर पर सभी नेताओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी उनके नेतृत्व और प्रदेश की सेवा के लिए शुभकामनाएं दीं। दिवाली के इस मिलन ने स्पष्ट कर दिया कि उत्सव केवल रोशनी और मिठाइयों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह आशीर्वाद, स्नेह और मिलजुल कर रहने की भावना का प्रतीक भी है। मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कहा कि दीपावली केवल रोशनी और खुशियों का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह आपसी सौहार्द, मिलनसारिता और एक-दूसरे के प्रति सम्मान का संदेश भी देती है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्रियों का अनुभव और मार्गदर्शन प्रदेश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देता है और उनके आशीर्वाद से जनता के कल्याण की दिशा मजबूत होती है। यह मुलाकात यह संकेत देती है कि राजनीति के मतभेदों के बावजूद दिवाली जैसे पावन पर्व पर आपसी सौहार्द्र बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। दिवाली का त्योहार राजनीति से ऊपर उठकर समाज में भाईचारे और आपसी सम्मान को प्रोत्साहित कर सकता है। इस तरह के सौहार्दपूर्ण कदम न केवल राजनीतिक संवाद को मजबूत करते हैं, बल्कि समाज में आपसी सम्मान और मिलजुल कर रहने की भावना को भी बढ़ावा देते हैं।






