देहरादून स्थित पर्यावरण संरक्षण एवं जन-जागरूकता से जुड़े संगठन एसडीसी फाउंडेशन द्वारा वसंत विहार, देहरादून क्षेत्र में मियावाकी वृक्षारोपण की द्वितीय वर्षगांठ के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण से जुड़े लोग, समाजसेवी, स्थानीय निवासी एवं स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया। मियावाकी वृक्षारोपण पहल वन विभाग के अनुसंधान प्रभाग, वसंत विहार सोसाइटी, एसजीआई फाउंडेशन और एसडीसी फाउंडेशन का संयुक्त प्रयास है।
कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा करते हुए एसडीसी फाउंडेशन के प्यारे लाल ने बताया कि दो वर्ष पूर्व इस मियावाकी वृक्षारोपण पहल के अंतर्गत 10 प्रजातियों के कुल 350 पौधे लगाए गए थे, जिनमें पीला अमलतास, टेकोमा, नीम, सहजन, आंवला, भिमाल, कचनार, पुत्रजीवा, पारिजात और अवन्सग्रास शामिल हैं। सतत निगरानी और देखरेख के चलते इन पौधों की 90 प्रतिशत से अधिक जीवित रहने की दर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि यह छोटा सा प्रयास आज क्षेत्र में हरियाली बढ़ाने में योगदान दे रहा है। साथ ही उन्होंने मियावाकी विधि की वैज्ञानिक प्रक्रिया और सामुदायिक भागीदारी पर आधारित वृक्षारोपण की आवश्यकता को भी रेखांकित किया।

वसंत विहार सोसाइटी के अध्यक्ष धीरेन्द्र शर्मा ने कहा कि इस पहल की सबसे बड़ी ताकत स्थानीय निवासियों की भागीदारी है। जब समाज एकजुट होता है, तभी हरित परिवर्तन संभव होता है। उन्होंने यह भी कहा कि सोसाइटी भविष्य में भी एसडीसी फाउंडेशन और उसके सहयोगी संगठनों के इस महत्वपूर्ण प्रयास में पूर्ण सहयोग करती रहेगी।
वसंत विहार क्षेत्र के पार्षद अंकित अग्रवाल ने कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने मियावाकी विधि की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह शहरी क्षेत्रों में हरित आवरण बढ़ाने का प्रभावी माध्यम है। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि नगर निगम की बैठकों में इस पहल के विस्तार के प्रयास किए जाएंगे।
अंबावती दून वैली इंटर कॉलेज के शिक्षक जयदीप दर्शन बेलवाल ने कहा कि प्रकृति से जुड़ने का यह प्रयास विद्यार्थियों के लिए एक जीवंत और व्यावहारिक अनुभव है। यदि हर मोहल्ला और कॉलोनी इस प्रकार के प्रयास करे तो पूरा शहर हरा-भरा और जीवंत बन सकता है।

कार्यक्रम में कैप्टन एम.पी.एस. रावत, सुरेन्द्र बर्थवाल, राकेश कपूर, सुशील नौटियाल, रवि जुयाल, उषा डंगवाल, अन्नपूर्णा नौटियाल, विनोद नौटियाल, एसजीआई फाउंडेशन की प्रेरणा रतूड़ी, तथा भवानी बालिका इंटर कॉलेज और अंबावती दून वैली इंटर कॉलेज के शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं समेत कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एसडीसी फाउंडेशन के दिनेश सेमवाल ने किया।
कार्यक्रम के समापन पर एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों, बच्चों एवं स्थानीय निवासियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह वृक्षारोपण अभियान केवल पर्यावरण संरक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और हरित भविष्य की प्रतिज्ञा भी है। उन्होंने यह भी कहा कि यह अभियान जनभागीदारी के साथ आगे भी जारी रहेगा।
कार्यक्रम का विशेष फोकस सामुदायिक सहभागिता और जनजागरूकता पर रहा, ताकि अधिक से अधिक नागरिक इस अभियान से जुड़ें और पर्यावरण संरक्षण की इस सामूहिक यात्रा को गति दें। एसडीसी फाउंडेशन की ओर से प्रमोद, सुभाष, बिट्टू और प्रवीण भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।






