आचार्य रामचंद्र शुक्ल अंतर विद्यालय वाद विवाद प्रतियोगिता में मसूरी, देहरादून के २२ स्कूलों किया प्रतिभाग

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श्री राम सेंटेनियल स्कूलए देहरादून में दिनांक 18 अगस्त 2025 को बहुप्रतिष्ठित आचार्य रामचंद्र शुक्ल अंतर विद्यालय वाद-विवाद प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में देहरादून एवं मसूरी के वयेनबेर्ग एलनए हिम ज्योति स्कूल, राजा राम मोहन रॉय अकेडमी, शिक्षांकुर स्कूलए एशियन स्कूलए राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज, माउंट लिट्रा ज़ी स्कूल, बिरला ओपन माइंड स्कूल, हेरिटेज स्कूलए ओएसिस स्कूल, दून इंटरनेशनल स्कूल सिटी कैंपस, वेल्हम बॉयज स्कूल, सेंट थॉमस कॉलेज, जी डी गोएंका स्कूल, टोंस ब्रिज स्कूल, दून इंटरनेशनल स्कूल रिवर साइडएसेपियन्स स्कूल विकासनगर, माँ आनंदमयी स्कूल रायवाला जैसे लगभग 22 प्रतिष्ठित विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर प्रतियोगिता के विषय श्आधुनिक समाज में शिष्टाचार व्यक्ति की प्रगति में बाधक है। पक्ष व विपक्ष में अपनी वक्तृत्व कलाए तार्किक क्षमता और विचारों की स्पष्टता का प्रभावशाली प्रदर्शन किया जिसमें सामाजिक व्यवहारए व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा और नैतिक मूल्यों पर गहन चर्चा हुई।

प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड शासन में राज्य उच्च शिक्षा उन्नयन समिति के उपाध्यक्ष एवं DAV P.G कॉलेज के भूतपूर्व प्राचार्य डॉ. देवेंद्र भसीन जी ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। उन्होंने छात्रों को विचारों की स्वतंत्रता और संवाद की संस्कृति को प्रोत्साहित करने का संदेश दिया। इस अवसर पर निर्णायक मंडल के सदस्यों में दिव्य हिमगिरि के संपादक कुँवर राज अस्थाना जी, एस.पी.एम. बी.एड. महाविद्याल श्रीनगर गढ़वाल, उत्तराखंड की प्राचार्य डॉ. पूनम थपलियाल तथा उत्तराखंड पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी देहरादून के एसोसिएट प्रोफेसर एवं प्लेसमेंट प्रभारी, स्कूल ऑफ बिजनेस, डॉक्टर राजेश त्रिपाठी जी ने निर्णायकों की भूमिका निभाई।
प्रतियोगिता में शिक्षांकुर स्कूल स्कूल ने प्रथम तो वहीं दून इंटरनेशनल स्कूल सिटी कैंपस ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ट वक्ता पक्ष के लिए सेंट पैट्रिक स्कूल के राघव को तो विपक्ष के लिए शिक्षांकुर स्कूल के स्तुतुय पटवाल को सर्वश्रेष्ट वक्ता चुना गया।
इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक श्रीमान गौरव गर्ग ने सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा, इस प्रकार की प्रतियोगिताएं छात्रों में आत्मविश्वास, विश्लेषण क्षमता और सार्वजनिक संवाद कौशल को विकसित करती हैं। कार्यक्रम के अंत में सभी विजेता प्रतिभागियों को ट्रॉफी व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

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